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Prithviraj Title Controversy: डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने एक वर्ग विशेष द्वारा फिल्म ‘पृथ्वीराज’ के टाइटल को लेकर आपत्ति जताने और इस विवाद पर आज अपनी चुप्पी को तोड़ते हुए कहा कि देश में हर समूह, हर नागरिक को अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करने की आजादी है और कोई भी व्यक्ति अपने संवैधानिक सीमाओं के दायरे में फिल्म का विरोध कर सकता है. उन्होंने कहा, “अगर मैंने कुछ भी गलत किया है तो लोगों को मुझसे सवाल पूछने का अधिकार है, मगर हिंसा के माध्यम से नहीं. वह समूह (विरोध करनेवाला धड़ा) भी यह सुनिश्चित करना चाहता है कि इतिहास के साथ कोई छेड़छाड़ ना की जाए.”
फिल्म के निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि फिल्म के माध्यम से वे पृथ्वीराज नामक एक ऐसे सम्राट के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, जिन्हें कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक महान योद्धा के रूप में मान्यता प्राप्त है. उन्होंने कहा कि योद्धा होना उनके व्यक्तित्व का महज एक पहलू था और उनके व्यक्तित्व के बाकी पहलू फिल्म में देखने को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि कोई भी फिल्ममेकर और और कलाकार ऐसा कोई भी काम क्यों करेगा जिसका समाज विरोध करता हो?
फिल्म के निर्देशक ने यह भी खुलासा किया कि निर्माता आदित्य चोपड़ा ने उनसे यह सवाल किया था कि क्या फिल्म का टाइटल बदले जाने की कोई संभावना है? ऐसे में उन्होंने निर्माता आदित्य चोपड़ा को बताया था कि लेखन परंपरा की पहली कृति मानी जानेवाली ‘पृथ्वीराज रासो’ में भी ‘सम्राट’ का उल्लेख नहीं मिलता है और ना ही ‘पृथ्वीराज विजया’ में ‘सम्राट’ जैसा कोई उल्लेख किया गया है.
उन्होंने कहा, “दिल्ली में एक सड़क का नाम है पृथ्वीराज रोड. किसी भी व्यक्ति को उसके नाम में संबोधित करने में किसी को चोट नहीं पहुंचनी चाहिए. राम को राम भद्र भी बुलाता हूं. श्री राम भी बुलाता हूं. गुजराती में एक कहावत है – हरि तारा नाम छे हजार… यानि हरि तेरे नाम हैं हजार… ऐसे ही पृथ्वीराज के नाम भी कई हैं… ऐसे पराक्रमी को आप जिस नाम से पुकारें… स्नेह से पुकारें… मुझे लगता है समाज को इसे स्वीकार करना चाहिए और कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.”
उल्लेखनीय है कि राजपूत करणी सेना ने फिल्म के टाइटल ‘पृथ्वीराज’ पर आपत्ति जताते हुए मांग की थी कि फिल्म के नाम में ‘सम्राट’ को भी सम्मिलित किया जाए और फिल्म का नाम महज ‘पृथ्वीराज” रखना महान योद्धा का अपमान है.
3 जून को देशभर में रिलीज होने वाली फिल्म ‘पृथ्वीराज’ के टाइटल विवाद पर डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि जिस किसी के मन में फिल्म के नाम को लेकर कोई शंका है, उनकी शंका फिल्म को देखने के बाद दूर हो जाएगी.
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