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फेमस कॉमेडी शो ‘भाबी जी घर पर हैं’ (Bhabi Ji Ghar Par Hai) को आज 7 साल पूरे हो चुके हैं. सीरियल का हर एक एपिसोड आपके लिए हंसी के फुव्वारे लेकर आता है. ‘भाबी जी घर पर हैं’ के किरदार विभूति नारायण यानी आशिफ शेख (Aasif Sheikh), तिवारी जी यानी रोहिताश्व गौड (Rohitashv Gour), ‘अंगूरी भाबी’ शुभांगी अत्रे (Shubhangi Atre) ने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है. भाबी जी घर पर हैं के 5 मार्च के एपिसोड में क्या होने वाला है. यहां पढ़िए…
आज के एपिसोड में हमने देखा कि अंगूरी सक्सेना और तिवारी के पास जाती है और उन्हें बताती है कि विभूति अंगूठी खरीदने के लिए तैयार है. इस पर तिवारी ने सक्सेना को अगला कदम उठाने के लिए कहा. विभु और डेविड तिवारी के घर जाते हैं. अंगूरी कहती है कि हम नहीं बेचेंगे. डेविड रिंग की प्राइस मनी बढ़ाकर 1.5 लाख रुपए कर देते हैं. विभूति डेविड चाचा से कहता है कि हमारे पास पैसे नहीं है. डेविड विभूति का धीरे से बोलता है कि हो जाएगा इंतजाम. तिवारी जी कहते हैं कि मैं एक शर्त पर ही मानूंगा कि मुझे सप्ताह में एक बार अंगूठी की जरूरत होगी. विभूति हां कर देता है.
विभूति डेविड चाचा से कहता है कि तिवारी जी बड़ी जल्दी मान गए. डेविड चाचा कहते हैं कि इसे जल्दी से पहन लो. विभूति जैसे ही अंगूठी पहनता है सक्सेना उसके सिर पर फूलदानऩ गिरा देता है. विभूति कहता है ऐसा क्यों हो रहा है. विभूति को बैंक से फोन आता है कि आपका 2 लाख का चेक बाउंस हो गया. डेविड चाचा कहते हैं कि चिंता मत करो हम 20 लाख की संपत्ति जीत रहे हैं. तभी डेविड के वकील का फोन आता है कि हम केस हारने वाले हैं. डेविड तुरंत विभूति से अंगूठी फेंकने के लिए कहता है.
अंगूरी कमरे में तिवारी से उसके दोस्त के बारे में बात करते हुए कहती है कि मैं आपको चोट नहीं पहुंचाना चाहता थी. मैने एक बार आपके दोस्त को एक कमरे में बंद कर दिया और दुर्व्यवहार के लिए उसे छड़ी से जोर से मारा भी था. ये सुनकर तिवारी कहते हैं कि मुझे तुम पर गर्व है लेकिन मैं परेशान हूं, अंगूरी पूछती है क्यों, तिवारी कहते हैं कि मेरा कोई सबसे अच्छा दोस्त नहीं है और मैं चाहता हूं कि एक हो.
आगे क्या होगा?
वहीं आगे के एपिसोड में हम देखेंगे कि अनीता सभी से विभूति को पैसे उधार देने के लिए मना कर देती हैं. जिसके बाद विभूति को कोई भी पैसे देने के लिए तैयार नहीं होता है. वहीं विभूति प्रेम से पूछता है कि वो प्रिंटिंग प्रेस का क्या करेगा, प्रेम कहता है कि अगर तुम चाहो तो ले लो…
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